पार्टी मेरे आत्म सम्मान का ध्यान रखे
उमा भारती ने कहा कि मैं पार्टी की बहुत वरिष्ठ कार्यकर्ता हूं। उम्र में मोदी जी से 10 साल छोटी हूं, लेकिन पार्टी के प्रति जो मेरा योगदान है। जब पार्टी बन रही थी और तिरंगा आंदोलन, रामजन्म भूमि आंदोलन, जहां सरकार बनाने की चेष्टा यह सब काम मैंने बहुत मन से किए और ताकत से किए। ऐसे व्यक्ति के आत्मसम्मान का पार्टी को ध्यान रखना होगा। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को मेरे मन में चुनाव नहीं लड़ कर गंगा के काम करने की दृढ़ता आई। मैं चाहती थी कि पार्टी इस बात को सार्वजनिक करें। पूर्व सीएम ने कहा कि मैं मोदी जी के पूरी तरह साथ हूं।
कांग्रेस को लोकतंत्र की बात का हक नहीं
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उमा भारती ने कहा कि वह भूल जाते है कि उनकी पार्टी ने इमरजेंसी लगाई। उन्होंने भारत पाकिस्तान का विभाजन किया। सरकारें भंग की है। धर्म के नाम पर बंटवारे की बात की। इसलिए कांग्रेस को लोकतंत्र की बात करने की हैसियत ही खो चुकी है।
ममता बनर्जी ने तुष्टीकरण की हदें तोड़ दी
अन्य पार्टियों की स्थिति अपने कर्मों अपराधों और पापों से कमजोर है। ममता बनर्जी ने तुष्टीकरण की हदें तोड़ दी। अखिलेश यादव तुष्टीकरण, भ्रष्टाचार, अपराध का पूरा पैकेज ही लेकर चले। मुकाबले में कोई है ही नहीं है। परिस्थितियां ऐसी हैं कि देश ने मोदी जी ने भरोसा करना ही है। मोदी जी अलौकिक व्यक्ति है। मुझसे 10 साल बड़े हैं, लेकिन मुझसे ज्यादा हट्टे कट्टे हैं। हम सब से ज्यादा मेहनत करते हैं। इसलिए उनको देश में 400 से ज्यादा सीटें मिले तो मुझे खुशी होगी। उमा ने कहा कि जेपी नड्डा इस बात को स्पष्ट करें कि मैं चुनाव लड़ने से मना कर चुकी हूं। मैं भाजपा कभी नहीं छोडूंगी। मैं राजनीति कभी नहीं छोडूंगी।
प्रज्ञा का टिकट कटने पर जताई सहानुभति
उमा भारती ने साध्वी प्रज्ञा का टिकट कटने पर सहानुभूति जताई। उमा ने कहा कि प्रज्ञा ठाकुर ने हम लोगों के लिए बहुत दुख सहे। प्रज्ञा दीदी की वजह से आज हम जेल में नहीं है। उन पर भगवा आतंकवाद केस में हमारा नाम लेने का दवाब डाला गया। प्रज्ञा जी इतना ही कहूंगी, हम सबको क्षमा करें