[20:22, 6/25/2025] Deepak Swarnkar हमीरपुर:
सुमेरपुर हमीरपुर। करीब आठ माह से मनरेगा योजना में सामग्री की धनराशि न आने से सप्लायरों ने ग्राम पंचायत को सामग्री देने से हाथ खड़े कर दिए हैं। वहीं कई सप्लायरों की दुकान ठप होने की स्थिति में आ गई है। यहां तक की उधारी के चलते कुछ दुकानदार अवसाद के शिकार होकर बीमार हो गए हैं। सप्लायरों ने सरकार से मनरेगा योजना की सामग्री की धनराशि शीघ्र भेजने की मांग की है।
जिले के सात विकास खंडों की 330 ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना के तहत कार्य कराए गए हैं। इन ग्राम पंचायतों में बिल्डिंग मैटेरियल के सप्लायरों ने सामग्री आपूर्ति कर रखी है। बीते वित्तीय वर्ष में माह अक्टूबर के बाद अभी तक सामग्री की धनराशि नहीं जारी की गई। जिससे ग्राम पंचायतों को सामग्री की आपूर्ति करने वाले सप्लायरों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। मनरेगा साइट के अनुसार बीते वित्तीय वर्ष का गोहांड ब्लॉक में सामग्री का 11.01 करोड़, कुरारा में 2.41 करोड़,मौदहा में 15.62 करोड़,मुस्कुरा में 12.05 करोड़, राठ में 9.61करोड़,सरीला में 7.38 करोड़,सुमेरपुर में 7.16 करोड़ की धनराशि बकाया है। इस धनराशि का 6.37 करोड़ का जीएसटी भी अवशेष है। निधि बिल्डिंग मटेरियल के सूर्यकुमार प्रजापति,प्रजापति बिल्डिंग मैटेरियल के प्यारेलाल प्रजापति,गिरधर ट्रेडर्स के रामरूप शिवहरे,साईं बिल्डिंग मैटेरियल के सुशील कुमार, काका बिल्डिंग मैटेरियल के सुनील शिवहरे आदि ने बताया कि मनरेगा योजना के तहत ग्राम पंचायतों को सामग्री की आपूर्ति की थी। लेकिन अक्टूबर माह के बाद सामग्री की धनराशि न आने से उनकी दुकानों का बजट बिगड़ गया है।जिससे दुकानें बंद होने की स्थिति पर आ गई है। वहीं कुछ दुकानदार तो उधारी के चलते अवसाद की स्थिति में आकर बीमार पड़ गए हैं।खंड विकास अधिकारी विपिन कुमार ने बताया कि केंद्र से धनराशि जारी हो गई।इसी सप्ताह या जुलाई के प्रथम सप्ताह में आने की उम्मीद है।