स्वप्निल बेटियों के लिए बनी मिसाल हुआ ,मुख्य सेविका के पद पर चयनित होने पर सम्मान मोहनलालगंज के विधायक अमरेश रावत ने किया सम्मान।
स्वप्निल पटेल पुत्री शिवकुमार वर्मा असलम नगर मोहनलालगंज लखनऊ की निवासी है का चयन बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग में मुख्य सेविका पद पर होने से पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है।चयन होने पर क्षेत्रीय विधायक अमरेश कुमार रावतके साथ ब्लॉक प्रमुख गोसाईगंज विनय वर्मा ,अध्यक्ष पतंजलि योग गंगागंज नागेश वर्मा, पूर्व प्रत्याशी शिक्षक एमएलसी उमाशंकर पटेल , पूर्व ब्लॉक प्रमुख मोहनलालगंज विनोद वर्मा , प्रधान कनेरी बृजेश कुमार वर्मा ,विकास पटेल प्रधान सलेमपुर , विकास पटेल अध्यक्ष पंचायत मंच अपना दल ,सौरभ पटेल समाजसेवी रामपाल राजपूत ,नंदकिशोर वर्मा पूर्व प्रधान बृजेश वर्मा ,अशोक कुमार वर्मा ,शशांक पटेल ,निशांत पटेल घर जाकर स्वप्निल को सम्मानित किया । विधायक अमरेश रावत ने कहा कि स्वप्निल ने क्षेत्र की अन्य बच्चियों को यह संदेश दिया की मेहनत करके आज भी बेटियां अपना परचम लहरा सकती हैं और आत्मनिर्भर बन सकती हैं उन्होंने बुके व माला और मोमेंटो देकर सफलता की बधाई दी और सम्मानित किया।
ब्लॉक प्रमुख गोसाईगंज विनय वर्माने कहा कि मोहनलालगंज की स्वप्निल पटेल ने जहां एक ओर असलम नगर का नाम रोशन किया है तो वही पूरे परिवार और मोहनलाल गंज के समाज के सभी वर्गों को उस पर गर्व है ।भारत सरकार की योजना बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का जीवांत उदाहरण स्वप्निल पटेल है। स्वप्निल पटेल के पिता शिवकुमार वर्मा ने बताया कि बेटी ने यह लड़ाई अपने आत्मविश्वास से जीती है और यह सब उसकी कड़ी मेहनत का परिणाम है पूरे परिवार को उस पर गर्व है,सभी को अपनी बेटियों को पढ़ाना चाहिए ताकि वह सब भी समाज में और परिवार में अपना मुकाम बना सके।
पूर्व ब्लॉक प्रमुख विनोद वर्मा ने स्वप्निल को बधाई देते हुए कहा कि ऐसी भाजी ईश्वर सभी को प्रदान करें समाज में स्वप्निल की वजह से उन्हें काफी गर्व का अनुभव हो रहा है सभी बेटियों को अपनी पढ़ाई जारी रखनी चाहिए और विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से नौकरियों में सलेक्शन प्राप्त कर समाज और अपने माता-पिता का नाम रोशन करना चाहिए। आज के तकनीकी युग में बच्चे मोबाइल और इंटरनेट की दुनिया में तथा गेम के चक्रव्यूह में फंस जाते हैं और इसका सकारात्मक उपयोग नहीं कर पाए परंतु स्वप्निल ने बिना किसी कोचिंग की मदद से घर पर ही रहकर पढ़ाई की और सफलता प्राप्त की इसलिए हम सबको उसे पर गर्व है। स्वप्निल ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता के आशीर्वाद को दि